नींद में चलने की आदत है मुझे क़ब्र में थोड़ी गुंजाइश रखनानींद में चलने की आदत है मुझे लोग जिसे कहते हैं ज़ीस्त यहाँबस वही जीने की चाहत है मुझे। Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related
चाहते तो बेशुमार है दिल में पर हर ख्वाहिश पूरी हो ये जरुरी तो नहीं 🙂 Reply August 13, 2020 at 1:44 pm
हर कोई इमारत बनाने में खुश है ,घर उजड़ रहे हैं उसकी किसी को फिकर नहीं है Reply August 14, 2020 at 6:36 pm
चाहते तो बेशुमार है दिल में
पर हर ख्वाहिश पूरी हो
ये जरुरी तो नहीं 🙂
दूर होकर भी दरमियाँ दूरी रहे ये ज़रूरी तो नहीं
मिलने की आस हो
और वो मिल ही जाए
ये जरुरी तो नहीं
Ufff
🤣🤣
You are a youtuber too….??
Bas kar lete hai timepass
Waahh….. itna jyada time h aap ke paas ki usse pass karna padta hai ??😂😂
Hmmm dekha abhi
Subscribe bhi kia …..
Dil se shukriya
😊😊
Kya baat h sir 🙏🏻
Bahut mohabbat
हर कोई इमारत बनाने में खुश है ,घर उजड़ रहे हैं उसकी किसी को फिकर नहीं है
घरों पर बस ज़मीनों का बंटवारा होता है आजकल 😔
सच कहा आपने , रिश्तों को को मोल नहीं बचा अब
Mujhe bhi
Kahan tak gaye