“सोचने का ढंग ही बदल गया” बचपन में हम अक्सर सोचा करते थे, कि बड़े कब होंगे और जब बड़े हुए, तो सोचने का ढंग ही बदल गया। Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related
Actually…… it’s true💐💐