अफ़साना-ए-ज़िन्दगी किसी पर कटे परिन्दे सा है ये अफ़साना-ए-ज़िन्दगी इरफ़ान ना आज़ाद कहलाने का हक़दार ना बंदिशों में क़ैद ये मेरा क़िरदार Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related
Gud lines😊👍
शुक्रिया
Thank you