शाख के पीले पत्ते झूलती हुई शाख के उन पीले पत्तों की तरह है ये ज़िन्दगीमुक़द्दर में जिनके एक दिन टूटकर ज़मीं पे गिरना लिखा है Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related
सत्य पंक्तियाँ।👌👌
shukriya