
नींद गायब हो गई मेरी इन आँखों से
दिल ने जब आदाब कहा तेरी यादों से
बहुत दिन हो गए तेरा ख़्वाब नहीं आया
मुझको सुकून मिलता है तेरे ख़्वाबों से
तूने मुड़कर देखना भी गंवारा न समझा
मुझको शिकायत है तेरे उन वादों से
चलो इतना तो बता दो मुझे तुम
क्या मिटा पाई हो अपनी यादों से
जवाब देना न देना तुम्हारी मर्ज़ी है
मेरा तो सवाल है सिर्फ तेरी आँखों से।
Ek question h?puch skti hu bhai..
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