उसने मुझेे रोते हुए देख लिया
वो मासूम बच्चा था, सो सहम गया
मैंने भी अश्क़ों के सागर में काग़ज़ की कश्ती चला दी
वो भोला बचपन था, सो बहल गया
उसने मुझेे रोते हुए देख लिया
वो मासूम बच्चा था, सो सहम गया
मैंने भी अश्क़ों के सागर में काग़ज़ की कश्ती चला दी
वो भोला बचपन था, सो बहल गया
वाह