कुछ सवालों के जवाब नहीं होते हैं
दिल के चेहरों पे नक़ाब नहीं होते हैं
बहुत कुछ बह जाता है, फिर भी बाक़ी रह जाता है
आँखों में हर वक़्त ख़्वाब नहीं होते हैं
बस एक रिश्ते ने ज़िंदगी का फ़लसफ़ा समझा दिया
दोस्तों के दरमियां हिसाब नहीं होते हैं
वक़्त की आंधी से भला, कौन बच पाया है यहां
बेवज़ह तो रिश्ते ख़राब नहीं होते हैं
भीतर से निखार देता है, बुरा वक़्त सुधार देता है
बिना काँटों के फूल गुलाब नहीं होते हैं
गर मोहब्बत गुनाह है, तो गुनाह ये क़ुबूल है
ऐसे गुनाहों के अज़ाब नहीं होते हैं
धोखा खाकर हमने तो यही सीखा है इरफ़ान
सब इंसान यहाँ खुली किताब नहीं होते हैं।
बहुत खूब