कोई बात तो उसके किरदार में ज़रूर है लबों पे दुआ, चेहरे पे हया का नूर है मुझसे ज्यादा मेरे दिल के क़रीब है, हबीब है, ज़ेहनसीब है फिर कहने को भले ही वो मुझसे दूर है...
कोई बात तो उसके किरदार में ज़रूर है लबों पे दुआ, चेहरे पे हया का नूर है मुझसे ज्यादा मेरे दिल के क़रीब है, हबीब है, ज़ेहनसीब है फिर कहने को भले ही वो मुझसे दूर है...