है अपने अंदर कहीं अब तक वो ज़िदां… ईद मनाके घर से लौट आया इक बंदा जमाना समझ रहा जिसे नादां परिंदा करे इंकार दुनिया भले वज़ूद से उसके है अपने अंदर कहीं अब तक वो ज़िदां Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related