चट्टानो के दरमियां नमी पाकर एक पौधा पनपता है इन निगाहों की तलब तो केवल दिल ये समझता है चट्टानो के दरमियां नमी पाकर एक पौधा पनपता है Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related