तुम्हें देखते ही दिल का शहर आबाद हो जाता है
गर तुम साथ हो तो हर पल मेरे लिए ख़ास हो जाता है
नज़रों के DSLR से मैंने बिन बताये तुम्हारी कई तस्वीरें ली हैं
आँखों से फिसलती नमी की तस्वीरें
गालों पे मचलती ज़िंदगी की तस्वीरें
बातों से झलकती ख़ुशी की तस्वीरें
होंठो से छलकती हँसी की तस्वीरें
वो सारी तस्वीरें, हैं मेरी साँसों की तक़दीरें
तुम्हें देखते ही सीने की ख़लिश खुद बखुद ख़त्म हो जाती है
गर तुम पास हो तो ज़िंदगी मेरे लिए उम्दा नज़्म हो जाती है
लम्हों के Lens से मैंने बिन बताये तुम्हारे कई हसीं पल Zoom किये हैं
आईने के सामने खुद को निहारने का पल
लहराती हुई ज़ुल्फ़ों को संवारने का पल
सुबह-सुबह अंगड़ाई लेने का पल
मुलाक़ात के वक़्त शर्माने का पल
वो सारे पल, हैं मेरी मुश्किलों के हल
तुम्हें देखते ही दुबारा जीने की ख़्वाहिश होती है
गर तुम साथ हो तो हर जगह बारिश होती है
पलकों के Panorama से मैंने बिन बताये तुम्हारे कई Shots लिए हैं
बारिश में बेफ़िक्र होकर झूमने का Shot
मोहब्बत से माथे को चूमने का Shot
आँखों से अक्सर बात करने का Shot
चेहरे को हिज़ाब से ढकने का Shot
वो सारे शॉट, हैं मेरी Thought की Boat
तुम्हें देखते ही हर सफ़र सुनहरी एक याद हो जाता है
गर तुम साथ हो तो हर पल मेरे लिए ख़ास हो जाता है।
ख़लिश – सूनापन
उम्दा नज़्म – बेहतरीन कविता
हिज़ाब – आवरण