दिल में उठता है हर रोज़ एक तूफान नया मैं बन जाता हूँ हर रोज़ एक इंसान नया। रातभर आँखें जागकर काम करती रहती हैं तब तामीर होता है ख़्वाबों का एक जहान नया।।
दिल में उठता है हर रोज़ एक तूफान नया मैं बन जाता हूँ हर रोज़ एक इंसान नया। रातभर आँखें जागकर काम करती रहती हैं तब तामीर होता है ख़्वाबों का एक जहान नया।।
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