सोच को अमल में लाने की कोशिश करता हूँ
मैं खुद को खोकर खुद को पाने की कोशिश करता हूँ
दुनिया तो तोहमते लगाती आयी हैं, लगाती रहेगी
मैं टूटने से पहले हर रिश्ते को निभाने की कोशिश करता हूँ
मुद्दत से सफ़र में हूँ, थकने लगे हैं पैर आजकल
मैं थके हुए पैरों को फिर से चलाने की कोशिश करता हूँ
जब तक परवाह करता हूँ, बेपरवाह होकर करता हूँ
मैं नाराज़ होकर अक्सर हक़ जताने की कोशिश करता हूँ
वक़्त का तूफ़ान आकर, बिखेरता है जब भी मुझे
मैं धीरे-धीरे फिर से अपने क़दम जमाने की कोशिश करता हूँ
वज़ूद को चट्टान बनाकर, रहना उसमें बहुत मुश्किल है
मैं बेदर्द बन चुके दर्द को पिघलाने की कोशिश करता हूँ
लफ़्ज़ों से मेरा रिश्ता, लफ़्ज़ों में बयां नहीं हो सकता
मैं क्या सोचता हूँ बस यही बताने की कोशिश करता हूँ।