चाहत का चिकन
मन के मसालों में
यादों की धीमी आँच पर जब पकता है
तब कहीं जाकर इस रूह का पेट भरता है।
हालाँकि इसे लज़्ज़तदार बनाने के लिये
अरमानों की अदरक
यक़ीन के लहसुन
और प्यारभरे प्याज का पेस्ट भी ज़रूरी है।
साथ में हो अगर
थोड़ी ख़्वाहिशों की तीखी हरी मिर्च
और गुज़रे हुये पलों का गरम मसाला।
बस फिर क्या कहना
फिर तो बस इंतज़ार करना
उस खुशबू का
जो उड़ा दे होश
तन और मन दोनों का।
आखिर में दिलबर मेरे
दही डालना मत भूलना।
जब पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाये
तब रिश्तों की रोटी
और सपनों की सलाद के साथ सर्व करे
चाहे तो साथ में
चैन की एक चिल्डवाली पेप्सी भी ले ले।
चाहत का चिकन
मन के मसालों में
यादों की धीमी आँच पर जब पकता है
तब कहीं जाकर इस रूह का पेट भरता है।।