एचआईवी पॉजिटिव में भी पॉजिटिव छुपा है
क्या अलग हैं इनमें, ये भी तो हमारी तरह हैं
सिर्फ एक बिन बुलाई बीमारी की वज़ह से
कितना कुछ सहते हैं, हर घड़ी हर जगह पे
बस एक रोग ही तो है यह, किसी को भी हो सकता है
अगर हिम्मत रखे तो, इसका इलाज भी हो सकता है
संक्रमित सूई के अलावा, और भी हैं कई इसके कारण
देश में हर साल हजारों लोग, मर जाते हैं इसके कारण
एड्स इज वेरी डेंजरस, एंड सीरियस मर्ज़
खून हो जाता है जिसमें खतरनाक खुदगर्ज़
हर बार एक नयी सिरिंज, एवं नया काॅन्डोम यूज करे
वाइरस के इस विषवाले खेल में, ज़िन्दगी को चूज करे
सही समय पर सही, एजुकेशन देना ज़रूरी है
सोसाइटी में ना रहे अब, एड्सरोगी से दूरी ये
बंदर से इंसानों तक, आ पहुंची यह डेडली डिजीज
किसी से भेदभाव ना करे, रिक्वेस्ट है यह मेरी प्लीज।
@RockShayar