#ObjectOrientedPoems(OOPs)
सदियों से मरुभूमि की, प्यास बुझा रही हर पहर
राजस्थान की जीवनरेखा, ये है इंदिरा गाँधी नहर
विश्व की सबसे बड़ी, यह बहुउद्देशीय परियोजना है
आठ जिलों में सिंचाई एवं, पेयजल की यह योजना है
इंजीनियर कँवरसेन ने, सर्वप्रथम रूपरेखा बनाई
1961 में उद्घाटन हुआ, शुरू हुई आखिर सिंचाई
सतलज और व्यास के संगम पर, हरिके बैराज से निकली है
राजस्थान फीडर से होती हुई, यह बाड़मेर तक जा पहुंची है
मसीतावाली हैड से लेकर, गडरा रोड़ तक फैली हुई है
नौ शाखाएं 1 उपशाखा, 7 लिफ्ट नहरें निकाली गई हैं
प्रथम फेज में 204, द्वितीय में 445 किमी बनी है
कुल मिलाकर लंबाई इसकी, 649 किमी हुई है
सर्वाधिक कमांड क्षेत्र, जैसलमेर व बीकानेर का है
रेगिस्तान में खुशहाली लाने में, योगदान इसका है
रावी जल विवाद पर, इराडी आयोग गठित हुआ
88 % जल उपयोग, इसी के द्वारा आदेशित हुआ
बरसों से थार की ज़मीन को, तर कर रही हर पहर
राजस्थान की मरुगंगा, कहलाए इंदिरा गाँधी नहर।
©RockShayar