न उसने कुछ कहा कभी, न मैंने कुछ सुना कभी
बस, एक दूसरे की पिक्स लाइक करते रहते हैं
न मैं जानता हूँ कि वो मुझे पसंद करती है या नहीं
और न उसे ख़बर है मुझ में पल रहे इस प्यार की
इस एहसास को बस हम दोनों ही समझ सकते हैं
मन के अल्फ़ाज़ को बस हम दोनों ही पढ़ सकते हैं
साथ नहीं हैं हर वक़्त, फिर भी हम साथ रहते हैं
वो नदी और मैं पवन, हर पल यूँही साथ बहते हैं
खुद से ज्यादा उसकी प्रोफाइल अच्छी लगती है
दिल चुराने की अदा वो स्टाइल अच्छी लगती है
कमेंट नहीं करते आँखों ही आँखों में बात करते है
ख़्वाबों के जहाँ में एक दूसरे से मुलाक़ात करते हैं
चेहरों की किताब में एक चेहरा सबसे अलग है
रातों की नींद और दिल के सुकून का जो ठग है
न मैंने कुछ कहा कभी, न उसने कुछ सुना कभी
आज भी बस एक दूसरे की पोस्ट पढ़ते रहते हैं ।