कल तुम्हारी आवाज़ की एक रिकॉर्डिंग मिली मुझे
अपने लैपटॉप के एक पुराने हिडन फोल्डर से
डिलीट कर चुका था जिसे मैं
दोबारा डाटा रिकवरी सॉफ्टवेयर की मदद से पाया उसे ।
सुनकर दिल को उतना ही सुकून मिला,
जितना उस रोज मिला था
जब तुम मेरे सामने बैठकर वो गाना गा रही थी
और मैं अपने मोबाइल के साथ साथ अपनी आँखों के रिकॉर्डर में भी उसे सेव कर रहा था ।
अल्फ़ाज़ से ज्यादा मैं वो जज़्बात देख रहा था
जो तुम्हारे चेहरे पर उतर आए थे ।
बेहद प्यारी सी वो आवाज़ तुम्हारी
सुनकर जिसे ऐसा लग रहा था
मानो मैं डल झील के किसी
खूबसूरत शिकारे में बैठा हुआ हूँ
और वादी-ए-कश्मीर गुनगुना रही है –
“हाँ अश्क़ सूरो
रश्क़ करथास दीवाना तई
अनोन असी, चुक्स लागा दीवाना तई
हाँ अश्क़ सूरो…
शम्मा तपोपो द्राई लागे यारा न तई
दस्वई तिज़ित्फी, अद्दा सकतू यक्सा न तई
हाँ अश्क़ सूरो
रश्क़ करथास दीवाना तई
अनोन असी चुक्स लागा दीवाना तई
हाँ अश्क़ सूरो “
इसी धुन पर मैंने एक गाना भी बनाया है
एक दिन जब तुम्हारी बहुत याद आ रही थी तब
आख़िर उस रोज हम बात जो कर रहे थे ।
और तुमने इतना भी कहा था कि
जब आप बहुत बड़े शायर बन जाओगे
तब आप नग़्मे लिखना और मैं उन्हें
अपनी आवाज़ से सजाऊँगी ।
हमारा म्यूजिक एलबम आएगा
कितना अच्छा लगेगा ।
उस वक़्त जो खुशी मैंने तुम्हारे चेहरे पर देखी थी
वहीं खुशी आज फिर से अपने चेहरे पर देख पाया हूँ, बाद मुद्दत के ।
कल तुम्हारी आवाज़ की एक रिकॉर्डिंग सुनी
रिकवर किया जिसे मैंने
एक पुराने डिलीटेड फोल्डर से
रिकवरी सॉफ्टवेयर की मदद से ।
काश बीते लम्हों को रिकवर करने का भी कोई सॉफ्टवेयर होता !
तब हम फिर से एक बार आमने सामने बैठते
और अपने आने वाले म्यूजिक एलबम के बारे में गुफ्तगू करते ।।
@RockShayar