ख़ुदा से माँगने का ज़रिया है नमाज़
रहमत-ए-इलाही का दरिया है नमाज़
अल्लाह की इबादत का तरीका है नमाज़
मौला की इताअत का सलीक़ा है नमाज़
बेहयाई और बुराई से बचाती है नमाज़
क़ुलूब में इश्क़े-हक़ीक़ी जगाती है नमाज़
आलिमुलग़ैब से बंदे का तअल्ल़ुक़ है नमाज़
हाकिमुलफ़ैज से बंदे का तआरूफ़ है नमाज़
अज़ान तक्बीर दुआ मुकम्मल रक्अत है नमाज़
गुनाहों से सौ दफ़ा मुसल्सल शफ़ाअत है नमाज़
अहकमुल हाकिमीन की हम्दो सना है नमाज़
रब्बुलआलमीन की रब्तो पनाह है नमाज़
फ़र्ज़-ओ-सुन्नत वित्र-ओ-नवाफ़िल है नमाज़
कायनात की रहबर ईमान का दिल है नमाज़
असहाबे वफ़ा की साँसों का रूकूअ है नमाज़
अहमदे मुस्तफ़ा की आँखों का सुकूं है नमाज़
बारगाह-ए-रब में रूह का सज़्दा है नमाज़
हर इश्क़ से अफ़जल इश्क़े-यज़्दा है नमाज़
शबे मेराज में हासिल हुआ क़ामिल अहकाम है नमाज़
आसमान से नाज़िल हुआ पाक़ीज़ा पयाम है नमाज़
फ़ज्र ज़ुह्र अस्र मग़्रिब इशा और जुमा है नमाज़
अहले ज़मीं के लिए हाफ़िज़ रहनुमा है नमाज़
मालिकुलमुल्क़ की उम्मत पर इनायत है नमाज़
हर इबादत से उम्दा अशरफ़ुल इबादत है नमाज़ ।।
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कातिब:- राॅकशायर ‘इरफ़ान’ अली ख़ान
*** अल्फ़ाज़ के मानी ***
1. इताअत – आज्ञा-पालन
2. क़ुलूब – दिल
3. इश्क़े-हक़ीक़ी – ईश्वर-प्रेम
4. आलिमुलग़ैब – अंतर्यामी
5. तअल्ल़ुक़ – सम्बन्ध
6. हाक़िमुलफ़ैज़ – बादशाही यश कीर्ति वाला
7. तआरूफ़ – परिचय
8. अज़ान – नमाज़ का बुलावा
9. तक्बीर – अल्लाहो अक्बर (अल्लाह सबसे बङा है) कहना, नमाज़ में क़याम रूकूअ और सज़्दे के दरमियान
10. दुआ – रब से मांगने का तरीका
11. मुकम्मल – सम्पूर्ण
12. रक्अत – नमाज़ में एक क़याम (खङा होना) एक रूकूअ (झुकना) और दो सज़्दों ( ज़मीन पर माथा टेकना) का मज्मून
13. मुसल्सल – निरंतर
14. शफ़ाअत – खुदा से अपने अनुयायियों के मोक्ष की सिफ़ारिश करना
15. अहकमुल हाकिमीन – मालिको का मालिक
16. हम्दो सना – खुदा की तारीफ
17. रब्बुलआलमीन – सारे ब्रम्हांड का मालिक
18. रब्तो पनाह – पूरी तरह से शरण में
19. फ़र्ज़ – अनिवार्य
20. सुन्नत – नियम
21. वित्र – विषम
22. नवाफ़िल – वे नमाज़े जो केवल सवाब के लिए पढ़ी जाए, फ़र्ज़ या वाजिब ना हो
23. कायनात – ब्रम्हांड, सृष्टि
24. रहबर – मार्ग दर्शक
25. ईमान – धर्म पर दृढ विश्वास
26. असहाबे वफ़ा – खुदा को मानने वाले
27. रूकूअ – झुकना
28. अहमदे मुस्तफ़ा – प्यारे आका नबी-ए-क़रीम हुज़ूरे अक़्दस सलल्लाहु अलैहि व सल्लम
29. बारगाह-ए-रब – अल्लाह का दरबार
30. रूह – आत्मा
31. सज़्दा – ज़मीन पर माथा टेकना
32. अफ़जल – बेहतरीन
33. इश्क़े-यज़्दा – ईश्वर-प्रेम
34. शबे मेराज – वह रात जिसमें नबी-ए-क़रीम सलल्लाहु अलैहि व सल्लम अर्श पर अल्लाह से मिलने गए थे
35. क़ामिल – सम्पूर्ण रूप से
36. अहकाम – आदेश
37. नाज़िल – उतरा
38. पाक़ीज़ा पयाम – पवित्र संदेश
39. फ़ज्र – सुबह की नमाज़
40. ज़ुह्र – दोपहर की नमाज़
41. अस्र – सूर्यास्त के पहले की नमाज़
42. मग़्रिब – सूर्यास्त के बाद की नमाज़, पश्चिम
43. इशा – रात की नमाज़
44. जुमा – शुक्रवार
45 अहले ज़मीं – संसारिक लोग
46. हाफ़िज़ – रक्षक
47. रहनुमा – पथ दर्शक
48. मालिक़ुलमुल्क़ – दुनिया का स्वामी
49. उम्मत – किसी विशेष पैग़म्बर को मानने वाला समुदाय
50. इनायत – कृपा
51. अशरफ़ुल इबादत – सर्वश्रेष्ठ आराधना
52. कातिब – लेखक