खुद में खुद को पाने की
नया कुछ कर जाने की
वादे वो सब निभाने की
आज़ादी से जी पाने की
जंग है ये अस्तित्व की
अधजले व्यक्तित्व की
जगत से लड़ते हुए उन
विचारो के अस्तित्व की
जंग है ये अस्तित्व की
गुमशुदा व्यक्तित्व की
बंधन से जो मुक्त हुआ
मंथन से वो युक्त हुआ
खुद पर हो यक़ीं इतना
मंदन से वो मुक्त हुआ
गिर के हाँ उठ पाने की
मर के ना मर जाने की
कर के कुछ दिखाने की
जंग है ये अस्तित्व की
अधजले व्यक्तित्व की
दुनिया से लड़ते हुए उन
हौसलो के अस्तित्व की
जंग है ये अस्तित्व की
अलहदा व्यक्तित्व की ।।