“लबों पे जब आये, नाम तुम्हारा” लबों पे जब आये, नाम तुम्हारा चेहरें की ये रंगत, बदल जाती है निगाहें फिर, ठहरती नहीं कहीं यूँ आकर, तुम पे ही थम जाती है Share this:TwitterFacebookLike this:Like Loading... Related