अम्मी के हाथो में, केसा गजब जादू है
एक बार जो खाये, कभी ना भूल पाये
पूरी दुनिया घूमा, ना मिला वो ज़ायका
खुशबूं यूं दिलकश, सांसो में बस जाये
मिट्टी के चूल्हे पर, चढती है इक हांडी
महक फिर पकती है, दहकते अंगारे पर
मसालो में घुलता है, स्वाद बेशकीमती
एक बार जो खाये, कभी ना भूल पाये